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Hindi News हिमाचल प्रदेशबर्फीले तूफान से ग्लेशियर में दफन हो गया था यह जांबाज, नौ माह बाद मिली चिता, कैसे मिली बॉडी?

बर्फीले तूफान से ग्लेशियर में दफन हो गया था यह जांबाज, नौ माह बाद मिली चिता, कैसे मिली बॉडी?

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के तराण्डा गांव के शहीद हवलदार रोहित नेगी का पार्थिव देह करीब 9 महीने बाद मंगलवार को उनके पैतृक गांव लाया गया। शहीद की अंतिम शवयात्रा में भारी भीड़ उमड़ी।

बर्फीले तूफान से ग्लेशियर में दफन हो गया था यह जांबाज, नौ माह बाद मिली चिता, कैसे मिली बॉडी?
Krishna Singhवार्ता,ग्वालियरTue, 09 Jul 2024 07:09 PM
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हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के तराण्डा गांव के शहीद हवलदार रोहित नेगी का पार्थिव देह करीब 9 महीने बाद मंगलवार को उनके पैतृक गांव लाया गया। इस दौरान पूरा गांव उमड़ पड़ा। शहीद की अंतिम शवयात्रा में शामिल लोगों ने रोहित नेगी अमर रहे के नारे लगाए। पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने सोशल मीडिया पर रोहित नेगी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि लगभग 9 महीने बाद अमर शहीद रोहित नेगी का पार्थिव देह उनके पैतृक गांव लाया गया, यह बहुत भावुक करने वाला दृश्य है। परमात्मा शोकसंतप्त परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

बर्फानी तूफान की चपेट में आ गई थी रोहित की टीम
बता दें कि अक्टूबर 2023 के पहले सप्ताह में कश्मीर सीमा पर एक अभियान के दौरान बर्फानी तूफान की चपेट में आने से रोहित नेगी अपने साथियों के साथ हिमखंड में दब गए थे। उस समय उनके एक साथी की डेड बॉडी तो मिल गई थी, लेकिन रोहित एवं अन्य साथी बर्फ में दफन हो गए थे। हादसे के नौ महीने बाद, भारतीय सेना ने तीन दिन पहले रोहित नेगी का पार्थिव शरीर खोज निकाला। 

सीमा पर हुए थे शहीद
शहीद रोहित नेगी ने कश्मीर सीमा पर अपनी सेवाएं देते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी। भारतीय सेना ने उनके पार्थिव शरीर को आठ जुलाई को कारगिल से लेह लाया। वहां से चंडीगढ़ और फिर चोलिंग पहुंचाया गया। चोलिंग से वाहन मार्ग द्वारा पार्थिव देह उनके पैतृक गांव तराण्डा लाई गई।

पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
मंगलवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद रोहित नेगी का अंतिम संस्कार किया गया। रोहित नेगी की शहादत से उनके परिवार, गांव समेत प्रदेश में शोक की लहर है। लोगों ने कहा कि रोहित की वीरता और बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उनका साहस और देशभक्ति युवाओं को सदैव प्रेरित करता रहेगा। मंगलवार को तराण्डा गांव 'रोहित नेगी अमर रहे' के नारों से गूंज उठा।

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