SEBI New Proposal on Passive Hybrid Funds : देश के मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने हाल ही में अपने एक कंसल्टेशन पेपर में पैसिव हाइब्रिड फंड का जिक्र किया है. दरअसल सेबी ने अपने इस दस्तावेज में पैसिव हाइब्रिड फंड क��� नाम से एक नई म्यूचुअल फंड कैटेगरी शुरू करने का प्रस्ताव पेश किया है. लेकिन नया प्रस्ताव होने के कारण अधिकांश लोगों को इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं है. सेबी ने इस मामले में आम लोगों से सुझाव भी मांगा है, लेकिन अगर आम निवेशक या म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री से जुड़े लोग इस पर अपने सुझाव देना चाहते हैं, तो पहले सेबी के नए प्रस्ताव के बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है.
क्या है सेबी का नया प्रस्ताव
सेबी ने 1 जुलाई, 2024 को एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया जिसमें पैसिव हाइब्रिड फंड की नई कैटेगरी लॉन्च करने का सुझाव दिया गया है. इस पेपर में म्यूचुअल फंड मार्केट में नए खिलाड़ियों के लिए एंट्री बैरियर को कम करने का सुझाव भी दिया गया है. सेबी ने आम लोगों से इस प्रस्ताव पर अपनी राय 22 जुलाई 2024 तक देने को भी कहा है.
क्या होते हैं पैसिव फंड
पैसिव फंड ऐसे म्यूचुअल फंड को कहते हैं, जो सेंसेक्स, निफ्टी या ऐसे ही किसी किसी इंडेक्स को ट्रैक करते हैं. पैसिव फंड के कॉर्पस का इस्तेमाल सिर्फ उसके बेंचमार्क इंडेक्स में शामिल कंपनियों में निवेश के लिए किया जाता है. इन कंपनियों में निवेश किए जाने वाले फंड का रेशियो भी बेंचमार्क इंडेक्स में उनके वेटेज के हिसाब से ही तय होता है. इससे उलट, एक्टिव फंड्स में निवेश के फैसले फंड मैनेजर अपनी समझ के हिसाब से करते हैं.
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हाइब्रिड इंडेक्स फंड यानी म्यूचुअल फंड की नई कैटेगरी
फिलहाल पैसिव फंड डेट या इक्विटी इंडेक्स में से किसी एक को ही ट्रैक कर सकते हैं. यानी कोई पैसिव फंड या तो किसी इक्विटी इंडेक्स को फॉलो करेगा या किसी डेट फंड को. लेकिन सेबी के ताजा प्रस्ताव में हाइब्रिड पैसिव फंड की कंसेप्ट पेश की गई है. सेबी के प्रस्ताव के मुताबिक ये नए फंड एक ऐसे कंपोजिट इंडेक्स (composite index) को फॉलो करेंगे, जिसमें इक्विटी और डेट दोनों शामिल होंगे.
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3 तरह के होंगे हाइब्रिड पैसिव फंड
सेबी के प्रस्ताव के मुताबिक हाइब्रिड पैसिव फंड भी 3 तरह के होंगे:
1. डेट-ओरिएंटेड पैसिव फंड : हाइब्रिड पैसिव फंड की इस कैटेगरी में आने वाले फंड अपने निवेश का 25% हिस्सा इक्विटी में और 75% डेट में लगाएंगे.
2. बैलेंस्ड पैसिव फंड : इन फंड्स के जरिये 50% निवेश इक्विटी में किया जाएगा और 50% निवेश डेट में होगा. यानी उनके कॉर्पस का बंटवारा दोनों एसेट क्लास में बराबर-बराबर होगा.
3. इक्विटी-ओरिएंटेड पैसिव फंड : हाइब्रिड पैसिव फंड की तीसरी कैटेगरी ऐसे फंड्स की होगी, जिसके जरिए 75% निवेश इक्विटी में और 25% डेट में किया जाएगा.
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सेबी के प्रस्ताव की खास बातें
- हर फंड हाउस को हर कैटेगरी में सिर्फ एक ही फंड लॉन्च करने की इजाजत होगी.
- हाइब्रिड पैसिव फंड्स के लिए इस्तेमाल होने वाले डेट इंडेक्स का फैसला एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) द्वारा किया जाएगा. जो कॉन्स्टैंट ड्यूरेशन इंडेक्स (constant duration index) होंगे.
- इक्विटी इंडेक्स ब्रॉड बेस्ड होंगे, जिनमें मार्केट कैप के हिसाब से 250 सबसे बड़ी कंपनियों के स्टॉक्स को जगह दी जाएगी.
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म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में अहम बदलाव के संकेत
हालांकि सेबी के ये प्रस्ताव अभी सुझाव के तौर पर सामने रखे गए हैं, जिन पर आम लोगों से 22 जुलाई, 2024 तक अपने सुझाव देने को भी कहा गया है. लेकिन मार्केट रेगुलेटर की तरफ से इन्हें पेश किए जाने का मतलब है कि सेबी इन्हें लेकर काफी गंभीर है. अगर सेबी के इन प्रस्तावों को लागू कर दिया गया,तो म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों के सामने इनवेस्टमेंट का एक नया रास्ता खुल जाएगा.