SME IPO Performance in 2024 : साल 2024 की बात करें तो जहां मेनबोर्ड आईपीओ का प्रदर्शन मजबूत रहा है, वहीं एसएमई आईपीओ (SME IPOs) ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है. इस साल अबतक लिस्ट होने वाले एसएमई आईपीओ में से करीब 50 फीसदी ने तो निवेशकों का पैसा डबल या कई गुना बढ़ा दिया. भारतीय अर्थव्यवस्था का आउटलुक मजबूत है, देश में राजनीतिक स्थिरता का सेंटीमेंट है, जिसके चलते एक के बाद एक एसएमई आईपीओ आ रहे हैं और उनको मजबूत रिस्पांस भी मिल रहा है. रिटर्न के मामले में एसएमई आईपीओ के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. इस साल अबतक 7 महीने भी पूरे नहीं हुए और इस साल लिस्ट होने वाले एसएमई आईपीओ के शेयरों का रिटर्न 1470 फीसदी तक रहा है.
50% स्टॉक बने मल्टीबैगर
इस साल अबतक कुल 126 एसएमई आईपीओ लिस्ट हो चुके हैं और इनमें 60 आईपीओ ऐसे रहे हैं, जिनमें 100 फीसदी या इससे ज्यादा रिटर्न मिला है. सिर्फ 21 आईपीओ ऐसे रहे हैं, जिनमें निगेटिव रिटर्न दिख रहा है. यह कुल आईपीओ के करीब 16 फीसदी हैं. वहीं 105 आईपीओ में पॉजिटिव रिटर्न मिला है, जो कुल आईपीओ के 83 फीसदी हैं. इन आईपीओ को न सिर्फ हाई सब्सक्रिप्शन मिला, बल्कि मजबूत लिस्टिंग के बाद ज्यादातर के शेयरों में तेजी बनी रही. ये बड़ी वजह है कि मेनबोर्ड आईपीओ की तुलना में एसएमई आईपीओ का प्रदर्शन मजबूत है. फिलहाल अगर आप भी एसएमई आईपीओ में पैसा लगाते हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.
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300% से ज्यादा रिटर्न वाले आईपीओ
ओवाइस मेटल एंड मिनरल : 1470%
ऑस्ट्रेलियन प्रीमियम सोलर (इंडिया) : 1041%
मेगाथर्म इंडक्शन : 317%
अलपेक्स सोलर : 782%
के सी एनर्जी एंड इंफ्रा : 613%
TBI कॉर्न : 304%
एमट्रॉन इलेक्ट्रॉनिक्स : 333%
रीफ्रैक्टरी शेप्स : 694%
विंसॉल इंजीनियर्स : 507%
GP Eco सॉल्यूशंस इंडिया : 341%
तीर्थ गोपीकॉन : 380%
TAC इंफोसेक : 420%
केपी ग्रीन इंजीनियरिंग : 308%
Vruddhi Engineering: 343%
प्रथम ईपीसी प्रोजेक्ट्स : 363%
100%-299% रिटर्न वाले आईपीओ
नेफ्रो केयर इंडिया : 100%
डाइनस्टेन टेक : 144%
डिवाइन पावर एनर्जी : 227%
पेट्रो कॉर्बन एंड केमिकल्स : 113%
शिवालिक पावर कंट्रोल : 289%
मेडिकैमेन ऑर्गेनिक्स : 288%
डिंडीगुल फार्म प्रोडक्ट : 167%
GEM एनवायरो मैनेजमेंट : 180%
Ztech इंडिया : 160%
बीकॉन ट्रस्टीशिप : 132%
विलास ट्रांसकोर : 238%
Rulka Electricals : 150%
HOAC फूड्स इंडिया : 285%
Indian Emulsifier : 222%
ABS मैरिन सर्विसेज : 167%
प्रीमियर रोडलाइंस : 122%
एनर्जी-मिशन मशीनरीज : 175%
स्टोरेज टेक्नोलॉजीज : 165%
ग्रीनहाईटेक वेंचर्स : 141%
क्रिएटिव ग्रॉफिक्स सॉल्यूशंस : 122%
K2 Infragen : 158%
ट्रस्ट फिनटेक : 108%
एस्पायर एंड इनोवेटिव एडवर्टाइजिंग : 124%
Chatha Foods : 104%
एनफ्यूज सॉल्यूशंस : 124%
एन्सर कम्युनिकेशंस : 150%
रॉयल सेंस : 127%
सिग्नोरिया क्रिएशन : 149%
पुणे ई-स्टॉक ब्रोकिंग : 106%
श्री कर्णी फैबकॉम : 203%
VR इंफ्रास्पेस : 106%
Purv Flexipack : 159%
साधव शिपिंग : 149%
Atmastco : 371%
Esconet Technologies : 332%
थ��ई कास्टिंग : 186%
वाइज ट्रैवल : 109%
रुद्रा गैस एंटरप्राइज : 175%
Fonebox Retail : 178%
Konstelec Engineers : 206%
एटिक्टिव लर्निंग टेक्नोलॉजी : 128%
Qualitek Labs : 110%
Maxposure : 239%
आकांक्षा पावर एंड इंफ्रास्टक्चर : 219%
मनोज सिरेमिक : 116%
श्री बालाजी वाल्व कंपोनेंट्स : 149%
किन बातों का रखें ध्यान
SME आईपीओ के मामले में, कंपनियों को केवल एक्सचेंजों से अप्रूवल की आवश्यकता होती है न कि सेबी की. एसएमई के पास कम रेगुलेशंस हैं, इसलिए निवेशक हाई प्रीमियम और कम फ्री फ्लोट के कारण लिस्टिंग की तारीख पर पैसा कमा रहे हैं. हालांकि निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि रेगुलर आईपीओ के लिए न्यूनतम राशि लगभग 15,000 रुपये है, जबकि SME आईपीओ के लिए यह लगभग 1 लाख रुपये है. निवेशकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि शुरू में स्टॉक हाइली लिक्विड होते हैं लेकिन लिस्टिंग के अगले 2-3 महीनों में यह धीरे-धीरे गिरने लगते हैं. जबकि मेनबोर्ड आईपीओ को लॉन्ग टर्म वैल्यू के लिए होल्ड रखा जा सकता है, SME आईपीओ केवल उनको अट्रैक्ट करते हैं, जो शॉर्ट टर्म में मुनाफा चाहते हैं.