Madhya Pradesh News: मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में मंगल��ार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। घर में बने पानी के टैंक में दो सगे भाइयों की लाशें मिली हैं। पुलिस ने इस टैंक से करीब 8 कैनो में भरा 500 लीटर पेट्रोल भी बरामद किया है। बताया जा रहा है कि जनरल स्टोर चलाने वाले भाइयों ने खुले में बेचने के लिए अवैध तरीके से पेट्रोल जमा किया था। इस हादसे के बाद पुलिस ने दोनों शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मौके पर फॉरेंसिक विभाग की टीम ने भी जांच की।

पुलिस ने बताया कि बोरदीकलां गांव में जायसवाल परिवार जनरल स्टोर चलाता है। परिवार में चार भाई पंकज, नरेंद्र,राहुल और गोलू जयसवाल एक साथ रहते हैं। मंगलवार की सुबह जब पंकज और नरेंद्र उठे तो राहुल और गोलू गायब थे। परिजनों ने उनको कॉल लगाया तो फोन की रिंग घर में ही बजी थी। इसके बाद दोनों भाइयों की तलाश शुरू की गई। सीसीटीवी खंगालने के बाद राहुल और गोलू देर रात करीब 3 बजे घर में ही पानी के बने टैंक में घुसते हुए दिखे, लेकिन बाहर नहीं आए। मामले की जांच के लिए राजस्व विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची।

बड़े-बड़े कैन में भरा था पेट्रोल

पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब होम गार्ड टैंक में घुसे तो उन्होंने वहां पर पाया कि टैंक के अंदर बड़े-बड़े केन में पेट्रोल भरा हुआ था। इनमें से पलटा हुआ था और पेट्रोल बह चुका था। शुरुआती जांच के बाद पता चला कि गैसोलीन में दम घुटने की वजह से दोनों भाइयों की मौत हो गई है। थाना प्रभारी ब्रजेश कुमार ने बताया कि आशंका है कि दोनों भाई अवैध रूप से पेट्रोल की खरीद-फरोख्त का काम करते थे। रात का स्टॉक निकालने के लिए वह टैंक में घुसे होंगे, लेकिन पेट्रोल की वजह से बनी गैस से उनका दम घुट गया। उन्होंने यह भी कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह पूरी तरह से क्लियर हो पाएगी।

विशेषज्ञों के मुताबिक, वेंटिलेशन सही ना हो तो जमीन के अंदर बनाया गया कोई भी स्ट्रक्चर गैस चेंबर का काम करता है। इस चैंबर में अगर पेट्रोल या कोई और चीज रखी जाती है तो कॉर्बन मोनोऑक्साइड जैसी कई जहरीली गैस बनने लगती है। इस तरह के किसी भी चैंबर में घुसने से शख्स का नर्वस सिस्टम खराब हो जाता है। इसमें पहले शख्स बेहोश हो जाता है फिर बाद में उसकी जान तक चली जाती है।