जनसत्ता.कॉम हिंदी की प्रमुख समाचार वेबसाइटों में से एक है। इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप द्वारा संचालित यह हिंदी वेबसाइट पाठकों को देश और दुनिया की ताज़ा खबरों के साथ-साथ महत्वपूर्ण घटनाओं का गहन विश्लेषण, विभिन्न मुद्दों पर टिप्पणियां और राजनीतिक व सामाजिक लेख भी उपलब्ध करवाती है। जनसत्ता.कॉम ने जनसत्ता अखबार की तरह की हमेशा बुनियादी पत्रकारिता कर्तव्यों, निष्पक्ष रिपोर्टिंग और सिद्धांतों पर कोई समझौता न करने का रुख अपनाया है।
जनसत्ता.कॉम का उद्देश्य:
जनसत्ता.कॉम न सिर्फ पाठकों को खबरों से रूबरू करवाती है बल्कि समाचार के पीछे की खबर भी बताती है, ताकि पाठक खबर के विभिन्न पहलुओं को गहराई से समझ सकें। जनसत्ता डॉट कॉम की टीम में अनुभवी पत्रकार शामिल हैं, जो राजनीति, व्यापार, खेल, मनोरंजन, जीवनशैली, स्वास्थ्य, शिक्षा, प्रौद्योगिकी और समय-समय पर चलन के साथ-साथ आम लोगों के जीवन को छूने वाले सभी विषय लेकर आते हैं।
एक नजर जनसत्ता अखबार पर
जनसत्ता हिन्दी भाषा का प्रमुख अखबार है, इसकी स्थापना प्रतिष्ठित संपादक प्रभाष जोशी ने की थी। 1983 में शुरू हुए इस अखबार ने अपूर्व ख्याति अर्जित की और इसके अनेक संस्करण निकले। वर्तमान समय में जनसत्ता अखबार के सम्पादक मुकेश भारद्वाज हैं। जनसत्ता अखबार दिल्ली के अलावा कोलकत्ता, चंडीगढ़ और लखनऊ से भी निकलता है। देश में पत्रकारिता को नया आयाम देने वाले अख़बारों में जनसत्ता का नाम अग्रणी है। हिंदी में खोजपूर्ण पत्रकारिता को नए तेवर देने का श्रेय अगर किसी पत्र को दिया जा सकता है तो वह जनसत्ता ही है।
अपनी विशेष शैली, सहज भाषा, तेज-तर्रार सम्पादकीय लेखों तथा समाचारों के प्रस्तुतीकरण ने इसे देश का लोकप्रिय पत्र बना दिया और कुछ ही वर्षों में श्रेष्ठ हिन्दी दैनिक पत्रों की पंक्ति में ला खड़ा किया। संपादकीय टिप्पणियों और राजनीतिक-सामाजिक लेखों के अलावा ‘बेबाक बोल’, ‘राजपाट’, दुनिया मेरे आगे आदि जनसत्ता के सर्वाधिक लोकप्रिय स्तम्भ हैं। इसका रविवारीय संस्करण `रविवारी जनसत्ता’ विविध सामयिक सामग्री और साहित्यिक रचनाओं-चर्चाओं से परिपूर्ण होता है।