Business Cycle Fund : भारत की सबसे तेजी से बढ़ती एएमसी में शामिल एडेलवाइस एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड (EAMC/EMF) ने एडेलवाइस बिजनेस साइकिल फंड लॉन्च किया है. यह न्यू फंड ऑफर 9 जुलाई, 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है और 23 जुलाई, 2024 तक खुला रहेगा. यह न्यू ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम, बाजार के अवसरों को प्रभावी ढंग से भुनाने के लिए डिजाइन की गई एक बिजनेस साइकिल आधारित निवेश थीम पर काम करती है.
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कम से कम कितना निवेश
एडेलवाइस बिजनेस साइकिल फंड में कम से कम 5000 रुपये की राशि के साथ एकमुश्त निवेश किया जा सकता है. इसका बेंचमार्क Nifty 500 TRI है. इस फंड का प्रबंधन भरत लाहोटी को-हेड - फैक्टर इन्वेस्टिंग और भावेश जैन को-हेड - फैक्टर इन्वेस्टिंग द्वारा किया जाएगा.
बेहतर रिटर्न देना है लक्ष्य
एडेलवाइस बिजनेस साइकिल फंड क्वालिटी, ग्रोथ और वैल्यू स्टॉक का प्रतिनिधित्व करने वाली तीन बास्केट बनाने के लिए एक फैक्टर इन्वेस्टिंग अप्रोच का उपयोग करता है. इन बास्केट को डाइवर्सिफाई कर, फंड किसी एक फैक्टर की स्थिति को कम करता है. हर बास्केट के भीतर, फंड हाइएस्ट मोमेंटम वाले शेयरों का चयन करता है, जिसके परिणामस्वरूप 50-60 शेयरों का एक डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनता है. फंड का लक्ष्य अलग-अलग टाइम पीरियड में सेक्टरों के बीच डायनमिक रूप से रोटेट करना, सेक्टर में एंट्री और एग्जिट करने के लिए फंडामेंटल के साथ मोमेंटम को कंबाइन करना है, जिससे बेहतर रिटर्न जेनरेट होता है.
कैसे काम करता है बिजनेस साइकिल फंड
बिजनेस साइकिल फंड का निवेश सभी तरह से सेक्टर और सभी तरह के मार्केट कैप वाली कंपनियों के स्टॉक में हो सकता है. बिजनेस साइकिल के अनुसार जिन सेक्टर से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है, उन सेक्टर की अच्छी कंपनियों के स्टॉक को इस तरह के फंड के पोर्टफोलियो में शामिल किया जाता है. सामान्य तौर पर चयन की एक विशेष प्रक्रिया के आधार पर पहले बिजनेस साइकिल के अनुरूप सेक्टर का चुनाव किया जाता है और फिर उन सेक्टर के आर्थिक तौर पर मजबूत कंपनियां चुनी जाती हैं. बिजनेस साइकिल फंड के पोर्टफोलियो में डिफेंसिव और नॉन-डिफेंसिव सेक्टर हो सकते हैं. डिफेंसिव सेक्टर जैसे कि फार्मास्युटिकल, एफएमसीजी, आईटी और टेलीकॉम हैं और ये सेक्टर आर्थिक मंदी के दौर में भी स्टेबल प्रदर्शन कर सकते हैं. वहीं नॉन-डिफेंसिव सेक्टर में फाइनेंशियल, इंफ्रास्ट्रक्चर, ऑटोमोबाइल, सीमेंट जैसे सेक्टर शामिल हैं, जो अर्थव्यवस्था में तेजी के दौर में बेहतर प्रदर्शन करते हैं.
इसी स्ट्रैटेजी के चलते इस कैटेगरी के फंड सभी परिस्थियों में बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता रखते हैं. एक बिजनेस साइकल में तेजी और मंदी दोनों फेज होता है. बिजनेस साइकिल के बदलाव पर कुछ शेयरों का प्रदर्शन भी बदल जाता है. ऐसे में अगर निवेश का पोर्टफोलियो बिजनेस साइकि�� के अनुरूप हो तो इससे बेहतर रिटर्न की उम्मीद की जा सकती है.
किसके लिए बेहतर विकल्प
ऐसे निवेशक जो शेयर बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव को समझते हैं और उससे संबंधित जोखिम को सहने की सहने की क्षमता रखते हैं. वहीं उनके निवेश का लक्ष्य कम से कम 5 साल का होता है, उनके लिए ये फंड बेहतर विकल्प हैं. बिजनेस साइकल फंड में एकमुश्त और एसआईपी दोनों निवेश के विकल्प हैं.
डायनमिक सेक्टर रोटेशन
इस फंड के लॉन्च पर एडेलवाइस म्यूचुअल फंड की एमडी और सीईओ राधिका गुप्ता ने कहा कि एडेलवाइस बिजनेस साइकिल फंड निवेशकों को डायनमिक सेक्टर रोटेशन को लागू करके एक सुविधाजनक सॉल्यूशन प्रदान करता है. यह स्ट्रैटेजी सेक्टर में एंट्री और एग्जिट करने के समय की आम चुनौती को प्रभावी ढंग से हल करती है, जिससे निवेशक अक्सर जूझते हैं. मोमेंटम कई साल से भारत में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला फैक्टर रहा है, और जब इसे अन्य फंडामेंटल फैक्टर्स के साथ जोड़ा जाता है, तो यह लंबी अवधि में रिटर्न जेनरेट करने के लिए प्रभावी साबित होता है. अलग अलग सेक्टर और मार्केट कैप में निवेश करते हुए, यह फंड लॉन्ग टर्म फोकस के साथ कोर अलोकेशन के लिए एक मजबूत सॉल्यूशन प्रदान करता है.